बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता जितेंद्र कपूर की प्रेम कहानी हमेशा से लोगों के बीच चर्चा का कारण रही है। जितेंद्र, जिनका असली नाम रवि कपूर है, ने अपने फिल्मी करियर में कई हिट फ़िल्में दी हैं और उनके डांस का जादू आज भी लोगों पर छाया हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब वे हेमा मालिनी से शादी करने के लिए तैयार थे?
हेमा मालिनी से प्यार की शुरुआत
जितेंद्र का नाम बॉलीवुड के सफर में कई अभिनेत्रियों के साथ लिया गया, लेकिन एक दौर ऐसा आया जब वह ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी के प्यार में पड़ गए। उनका आकर्षण हेमा के प्रति इतना गहरा हो गया था कि वह उनसे शादी करने की पूरी योजना बना चुके थे। उस वक्त हेमा और धर्मेंद्र के रिश्ते की चर्चाएँ भी चल रही थीं, लेकिन जितेंद्र पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
संजीव कुमार का खत और जितेंद्र की चाल
दिलचस्प बात यह थी कि जितेंद्र के अच्छे दोस्त संजीव कुमार भी हेमा मालिनी के दीवाने हो गए थे। संजीव ने अपने जज़्बात को व्यक्त करते हुए हेमा के नाम एक खत लिखा और उसे जितेंद्र के हाथ में सौंप दिया, ताकि वह इसे हेमा तक पहुंचा सकें। लेकिन कहानी में एक नया मोड़ तब आया जब जितेंद्र स्वयं हेमा से मिलने उनके घर पहुंचे। हेमा को देख कर जितेंद्र का दिल भी पिघल गया और उन्होंने संजीव के खत पर अपना नाम डाल दिया।
जितेंद्र और हेमा की शादी की तैयारी
हेमा मालिनी के माता-पिता को जितेंद्र बहुत पसंद आए और उन्होंने अपनी बेटी की शादी जितेंद्र से कराने का मन बना लिया। जितेंद्र भी इस रिश्ते को लेकर काफी उत्साहित थे और उन्होंने शादी की तैयारियाँ शुरू कर दीं। इस दौरान, हेमा और जितेंद्र के रिश्ते की खबरें मीडिया में भी फैलने लगीं, और यह माना जाने लगा कि दोनों जल्दी ही विवाह के बंधन में बंधने वाले हैं।
धर्मेंद्र की कॉल और बदल गया खेल
जब शादी की तैयारियाँ चल रही थीं, तभी धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी को एक भावनात्मक कॉल किया। कहा जाता है कि धर्मेंद्र ने फोन पर हेमा को धमकी दी कि यदि वह जितेंद्र से शादी करती हैं, तो वह अपनी जान दे देंगे। धर्मेंद्र की इस धमकी का हेमा पर गहरा प्रभाव पड़ा, और उन्होंने अपने दिल की सुनकर जितेंद्र से शादी करने का फैसला टाल दिया।
जितेंद्र ने शोभा कपूर से की शादी
जब हेमा मालिनी ने इनकार किया, तो जितेंद्र का दिल टूट गया, लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने जीवन को आगे बढ़ाते हुए शोभा कपूर से शादी की, जो उनकी बचपन की मित्र थीं। जितेंद्र और शोभा की शादी 1974 में हुई और तब से वे सुखद जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
जितेंद्र की यह प्रेम कहानी यह दिखाती है कि प्यार और रिश्तों की दुनिया में कभी भी कुछ भी संभव है। एक फोन कॉल ने जितेंद्र की ज़िंदगी को पूरी तरह बदल दिया और उन्हें उनकी सच्ची जीवनसंगिनी शोभा कपूर से मिलाया। यह बॉलीवुड की कहानी आज भी लोगों को आकर्षित करती है और यह साबित करती है कि प्यार और किस्मत का खेल हमेशा हमारी अपेक्षाओं से परे होता है।